रायपुर: कुछ दिनों पहले भाजपा ने “जाबो गोठान खोलबो पोल” अभियान चलाया है. इस अभियान के तहत भाजपा कांग्रेस के गोठान अव्यवस्था की पोल खोलने का दावा कर रही है. भाजपा के इस अभियान को लेकर सरपंचों में नाराजगी है. सरपंच संघ इसके विरोध पर सड़क पर उतर प्रदर्शन कर रहा है. साथ ही संरपंच संघ भाजपा को आगामी चुनाव में इसका परिणाम भुगतने की बात कह रहा है.
भाजपा से नाराज सरपंच संघ: सरपंच संघ का कहना है कि “अगर भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार की पोल खोलना चाहती है तो उनके खिलाफ धरना और प्रदर्शन करे. लेकिन बीजेपी ग्राम पंचायतों में जाकर सरपंचों की परेशानी बढ़ा रही है. गोठान के रखरखाव और उसकी पूरी जवाबदारी का जिम्मा ग्राम पंचायतों का होता है. इसके लिए ग्राम पंचायत को नोडल एजेंसी बनाया गया. ऐसे में बीजेपी का ये अभियान उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है. इतनी बड़ी पार्टी होने के बाद इतनी छोटी हरकत करना बीजेपी को शोभा नहीं देता. ‘ “
अभियान का खामियाजा चुनाव में भुगतना पड़ेगा: साल 2023 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस को घेरने के लिए कोई भी मुद्दा नहीं छोड़ रही है. इस बीच भाजपा के खिलाफ सरपंच संघ की नाराजगी आने वाले दिनों में भाजपा को ही भारी पड़ सकती है.