उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार किया है.
अमित शाह ने शनिवार को महाराष्ट्र के नांदेड में उद्धव ठाकरे पर धोखा देकर कांग्रेस-एनसीपी की गोद में बैठने का आरोप लगाया था.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक संजय राउत ने कहा, “नांदेड में अमित शाह 20 मिनट के भाषण में 7 मिनट उद्धव ठाकरे पर ही बोले, जिसका मतलब है कि मातोश्री का दबदबा अब भी कायम है.”
उन्होंने कहा कि शिवसेना पार्टी तोड़ दी गई और धोखेबाज़ लोगों को पार्टी का नाम और चिन्ह दे दिया गया. इसके बाद भी ठाकरे और शिवसेना का डर दिख रहा है. ये डर अच्छा है.
अमित शाह ने क्या कहा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को महाराष्ट्र के नांदेड में कहा, “मैं पार्टी का अध्यक्ष था. मैं और देवेंद्र जी बातचीत करने गए थे. उद्धव ठाकरे ने स्वीकार किया था कि बहुमत अगर एनडीए को मिलता है तो देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे. जब एनडीए जीत गई तो उन्होंने वादा तोड़ा और सत्ता के लिए कांग्रेस-एनसीपी के साथ हाथ मिला लिया.”
दरअसल बीजेपी और शिवसेना (अविभाजित) ने साल 2019 का महाराष्ट्र चुनाव मिलकर लड़ा था, लेकिन मुख्यमंत्री पद पर सहमति नहीं बन पाई, जिसके बाद शिवसेना ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया था.
उद्धव से अमित शाह के सात सवाल
अमित शाह ने उद्धव ठाकरे को अपनी नीतियां स्पष्ट करने के लिए भी कहा.
आप तीन तलाक को खत्म करने के लिए सहमत हैं या नहीं?
क्या आप कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के लिए सहमत हैं या नहीं?
राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण से आप सहमत हैं या नहीं?
आप समान नागरिक कानून चाहते हैं या नहीं?
धर्म के आधार पर आरक्षण संवैधानिक नहीं है. मुस्लिम आरक्षण पर आपकी क्या राय है?
क्या आप वीर सावरकर को कर्नाटक के इतिहास से हटाने के लिए सहमत हैं?
आप जहां हैं, वहां औरंगाबाद, उस्मानाबाद और अहमदनगर का नाम बदलने का समर्थन भी नहीं कर सकते.