रायपुर । दिनांक 27 से 31 जनवरी 2023 तक बायो फ्लॉक और सेमी बायो फ्लॉक टेक्नोलॉजी के माध्यम से मछलियों के उत्पादन पर कौशल विकास प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित एवं राष्ट्रीय मात्स्यिकि विकास बोर्ड एनएफडीबी हैदराबाद के सौजन्य से संपन्न हुआ उक्त प्रशिक्षण डॉक्टर सौगत सासमल सर द्वारा एवं उनकी पूरी टीम द्वारा दिया गया जिस के समापन सत्र के मुख्य अतिथि कृष्णा चंपालाल हिरवानी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व प्रांत संयोजक मछुआरा प्रकोष्ठ सहकार भारती एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश परंपरागत सर्व मछुवारा समाज संघर्ष समिति के प्रांत संयोजक थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सौगत सासमल सर प्रोफेसर कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ , विशिष्ट अतिथि नीलकंठ मंडल , डॉ मनोज सिंह , डॉक्टर स्वाति पारधी, डाक्टर गौतम राय , डॉक्टर विवेक कुमार स्वर्णकार थे। उक्त पांच दिवसीय प्रशिक्षण में छत्तीसगढ़ के 14 जिलों से कुल 25 छात्र-छात्राओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसमें किस प्रकार high-technology से हम कम जगह पर भी और कम समय में अधिक से अधिक मछली उत्पादन कर सकते हैं प्रशिक्षण के समापन सत्र के मुख्य अतिथि की आसंदी से कृष्णा चंपालाल हिरवानी ने कहा कि प्रशिक्षण तो आप ले लिए अब आगे से कितने लोग व्यापार कर धन अर्जित करना चाहते हैं हिरवानी ने जानकारी दिया कि ठीक इसी प्रकार दिल्ली के गुरुग्राम हरियाणा में लक्ष्मण राव इनामदार रिसर्च सेंटर जहां आप एक माह का ट्रेनिंग ले सकते हैं जिसमें कि आप मछलियों की मार्केटिंग कैसे अच्छे से कर सके एवं प्रधानमंत्री संपदा योजना के माध्यम से आप सभी योजनाओं का लाभ लेकर अपनी आय 2 गुना से 4 गुना कर सकते हैं अंत में सभी प्रशिक्षण लिए छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किया गया कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन डॉ मनोज सिंह ने किया।