बिहार में सियासी उठापटक की संभावनाओं के बीच शनिवार की शाम राजधानी पटना में बीजेपी के विधायकों और सांसदों की बैठक हुई.
बैठक से निकलने के बाद प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने राज्य की ताज़ा राजनीतिक उथल-पुथल पर किसी प्रकार की बातचीत से इनकार किया है.
उन्होंने कुछ बताने के बजाय ये तक कह दिया कि भारतीय जनता पार्टी जानना चाहती है कि बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति क्या है. राज्य की मौजूदा स्थिति जानेंगे, तब तो कुछ फ़ैसला लेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह आस्था रखती है अपने नेतृत्व आदरणीय नरेंद्र मोदी जी में. प्रधानमंत्री जी के पास कोई सूचना आएगी, तभी तो हमें कोई जानकारी मिलेगी.’’
सम्राट चौधरी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘न नीतीश जी ने इस्तीफ़ा दिया है, न किसी ने समर्थन वापस लिया है. पहले कोई बात होती है, तभी तो कोई जानकारी होगी.’’
इसके बाद पत्रकारों ने उनसे कहा कि सरकार के घटक दल के नेता तो अलग-अलग दिख रहे हैं. इस पर सम्राट चौधरी ने कहा, ‘‘अलग-अलग दिखने से राजनीति नहीं होती. राजनीति का बड़ा स्पष्ट (नियम) है, आप क्या संदेश दे रहे हैं.’’
क्या हुआ इस बैठक में
बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व मंत्री जनक राम ने इस बैठक के एजेंडे के बारे में बताया.
उन्हाेंने कहा, ‘‘आज की बैठक में, बिहार के सांसदों, विधायकों और एमएलसी को ‘गांव चलो अभियान’ के तहत 9, 10 और 11 फरवरी को तीन दिनों के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया. हमें केंद्र सरकार की योजनाओं को राज्य के सभी 45 हज़ार गांवों तक ले जाने का निर्देश दिया गया है.”