अमेरिका के बाद अब ताइवान में भी मिला चीन का संदिग्ध बैलून, हुआ दुर्घटनाग्रस्त

अमेरिका के बाद अब ताइवान में भी मिला चीन का संदिग्ध बैलून, हुआ दुर्घटनाग्रस्त

ताइवान ने कहा है कि उसे चीन के एक ‘वेदर बैलून’ का अवशेष मिला है.

ताइवान की सेना के अनुसार, उसने गुरुवार सुबह 11:00 बजे (भारत में 8:30 बजे) ताइवान के नियंत्रण वाले डोंग्यिन द्वीप के ऊपर एक अज्ञात चीज़ उड़ते हुए देखी.

बाद में यह बैलून दुर्घटनाग्रस्त होकर एक शूटिंग रेंज के पास गिर गया. इसके अवशेष ताइवान को मिले हैं.

शुरुआती जांच के बाद ताइवानी सेना ने बताया है कि यह अवशेष मौसम का पता लगाने वाले एक उपकरण का हिस्सा थे.

ताइवान के रक्षा मंत्री चिउ कुओ-चेंग ने शुक्रवार को कहा कि अधिकारी दुर्घटनाग्रस्त हुए इस बैलून की जांच करेंगे और हड़बड़ी में किसी ‘निष्कर्ष पर नहीं’ पहुंचेंगे.

स्थानीय मीडिया के अनुसार, वरिष्ठ रक्षा अधिकारी चेन यू-लिन ने कहा है कि ताइवान के द्वीपों में पहली बार ऐसे किसी बैलून के अवशेष मिले हैं.

डोंग्यिन द्वीप के पास पाए गए इस बैलून का व्यास क़रीब एक मीटर था और उस पर चीन की एक कंपनी का नाम छपा था.

ताइयुआन रेडियो नंबर 1 फैक्ट्री कंपनी लिमिटेड नाम की यह कंपनी चीन के ताइयुआन शहर में स्थित है. चीन के प्रमुख औद्योगिक स्थलों में शुमार यह शहर शांक्सी प्रांत की राजधानी भी है.

अभी कुछ दिनों से चीन और अमेरिका के बीच ऐसे ही बैलून को लेकर तनाव चल रहा है. इसकी शुरुआत इस महीने तब हुई, जब चीन का एक बैलून अमेरिका के आसमान में देखा गया.

अमेरिका ने इसे चीन की ओर से भेजा एक जासूसी बैलून करार दिया.

हालांकि चीन ने इसे अपना मानते हुए कहा कि यह एक वेदर बैलून है, जो मौसम का अध्ययन करता है. चीन के अनुसार यह भटककर अमेरिका के आसमान में चला गया.

अमेरिका ने दक्षिण कैरोलिना के समुद्र के ऊपर एक लड़ाकू विमान के ज़रिए इसे मार गिराया. चीन ने इस पर अपनी कड़ी आपत्ति जताई थी. बाद में कनाडा और अमेरिका के आसमान में ऐसे कुछ और अज्ञात चीज़ें दखी गईं.

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