चकरा गया खाताधारक का सिर जब एक दिन में बैंक अकांउट से हुआ 1.10 करोड़ का लेनदेन

चकरा गया खाताधारक का सिर जब एक दिन में बैंक अकांउट से हुआ 1.10 करोड़ का लेनदेन

छत्‍तीसगढ़ के भिलाई में एक हैरान का देने वाला सामने आया है। यहां एक खाताधारक के खाते में एक दिन में एक करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन हुआ। हैरत की बात यह है कि इसके बारे में खाताधारक को उस वक्‍त जानकारी हुई तब बैंक ने खाता को ब्‍लॉक कर दिया और अकाउंट होल्‍डर से लेनदेन की जानकारी मांगी।

छत्‍तीसगढ़ के भिलाई के न्यू खुर्सीपार गणेश चौक निवासी युवक के खाते से सिर्फ एक दिन में एक करोड़ 10 लाख रुपये के लेनदेन का मामला सामने आया है। खाताधारक को इसकी जानकारी तब हुई बैंक से फोन आया कि उसके खाते में करीब एक करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। इस वजह से उसके खाते को ब्‍लॉक कर दिया गया है।

इस मामले में युवक ने खुद निर्दोष बताते हुए अपने खाते के गलत इस्तेमाल कर एक ही दिन में उससे एक करोड़ 10 लाख रुपये के संदिग्ध लेनदेन की शिकायत पुलिस से की है। युवक ने ये आरोप लगाया है कि आरोपियों ने उसके खाते को किराये पर लेकर उसका गलत इस्तेमाल किया है। अत्याधिक लेनदेन के कारण बैंक ने खाते को ब्‍लॉक कर दिया है।

पुलिस को दी अकाउंट के गलत इस्‍तेमाल करने की जानकारी
प्रारंभिक जांच में यह जानकारी मिली है कि खाते का इस्तेमाल ऑनलाइन सट्टा के रुपये के लेनदेन के लिए किया गया है। घटना की शिकायत पर खुर्सीपार पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी कर मामले की जांच शुरू की है। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है और दूसरे की तलाश जारी है।

पुलिस ने बताया कि न्यू खुर्सीपार गणेश चौक निवासी शिकायतकर्ता रजत शर्मा की शिकायत पर केपीएस के पास शांति नगर निवासी आयुष थडानी और बालाजी नगर खुर्सीपार निवासी आरोपित सतबीर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी की है। पुलिस ने एक आरोपी सतबीर सिंह को हिरासत में ले लिया है और दूसरे आरोपी आयुष की तलाश जारी है।

खाताधारक ने 50 हजार रुपये किराए पर था दिया खाता

शिकायतकर्ता आरएस इवेंट्स नाम की कंपनी चलाता है और कंपनी के नाम पर उसने आईसीआईसीआई बैंक में एक कॉर्पोरेट खाता खोला है। उसे 50 हजार रुपये की जरूरत थी तो उसने 18 मार्च को अपने दोस्त आरोपी आयुष से मदद मांगी थी। इस पर आयुष ने उसे आरोपी सतबीर सिंह से मिलवाया और बोला कि ये रुपये दे सकता है। इस पर सतबीर सिंह ने पीड़ित से कहा कि वो उसके खाते में कुछ रुपये मंगवाएगा और उसके बदले में वो उसे 50 हजार रुपये देगा।

आरोपी ने ये भी बोला कि वो उसे दो दिन में उसका खाता वापस लौटा देगा। इसके बाद आरोपी ने उसके खाते के नेट बैंकिंग का सिम उससे ले लिया। दूसरे दिन 19 जुलाई को आरोपी आयुष पीड़ित से उसका चेकबुक और एटीएम भी ले गया और उसके दोस्त संदीप के खाते में दो बार में 50 हजार रुपये भेज दिए। जिसे संदीप ने खाते से निकालकर पीड़ित को दे दिया।

19 जुलाई की शाम को ही करीब पांच बजे पीड़ित को बैंक से फोन आया कि उसके खाते में करीब एक करोड़ रुपये का संदिग्ध लेनदेन हुआ है। जिस कारण से उसके खाते को ब्‍लॉक कर दिया गया है। इसके बाद पीड़ित ने आरोपियों से अपना सिम वापस ले लिया। उसने बैंक में जाकर खाता के ब्‍लॉक किए जाने के संबंध में बात की तो उसे बताया गया है कि उसे अपने खाते में हुए लेनदेन के संबंध में जानकारी देनी होगी। तब उसका खाता वापस चालू किया जाएगा।

मलेशिया और श्रीलंका रिटर्न है सतबीर, उसकी बहन की भी भूमिका संदिग्ध

इस मामले का मुख्य आरोपी सतबीर सिंह ऑनलाइन सट्टा के कारोबार के मलेशिया और श्रीलंका तक जाकर आ चुका है। वो ऑनलाइन सट्टा के कारोबार के लिए बड़े पैमाने पर खातों की सप्लाई करता था। इस काम में हाउसिंग बोर्ड और सुपेला के भी युवक उसके साथ शामिल हैं।

वहीं आरोपित सतबीर सिंह ने अपनी बहन लीना सिंह के यूपीआई से पीड़ित रजत शर्मा को रुपये ट्रांसफर किए थे। इसलिए उसकी बहन लीना सिंह की भी भूमिका संदिग्ध है। हालांकि पुलिस ने अभी तक लीना सिंह को आरोपित नहीं बनाया है।

Chhattisgarh Crime