एनसीईआरटी के डायरेक्टर दिनेश प्रसाद सकलानी ने एनसीईआरटी की किताबों से मुग़लों के अध्याय को हटाए जाने की ख़बरों को ग़लत बताया है.
पिछले दो दिनों से मीडिया में ख़बर चल रही थी कि उत्तर प्रदेश के पाठ्यक्रम से मुग़लों से जुड़े अध्याय हटा लिए गए हैं.
अलग अलग पार्टियों के कई नेताओं ने इसपर टिप्पणी की है.
सकलानी ने कहा, “ये झूठ है. मुग़ल इतिहास को नहीं हटाया गया है. पिछले कोविड के कारण बच्चों पर बहुत ज़्यादा दबाव था, रैशनेलाइज़ेशन किया गया, और एक्सपर्ट कमेटी ने कक्षा छह से 12 की किताबों का फिर से अध्ययन किया और सुझाव दिया कि अगर एक चैप्टर हटा दिया जाए तो बच्चों के ज्ञान पर असर नहीं पड़ेगा और गैरज़रूरी दबाव हट जाएगा. यह बिना मतलब की बहस है. जिन्हें नहीं पता, वो किताबें देख सकते हैं.”
उन्होंने कहा, “कक्षा 12 में मुग़ल काल का एक बढ़िया चैप्टर मुग़ल काल का पढ़ा रहे, जिससे उनकी नीतियों और कार्यों के बारे में पता चलेगा.”