राजधानी के दूरबीन एडवांस हॉस्पिटल की लापरवाही और   पैसे  की भूख ने ले ली मरीज की जान !

राजधानी के दूरबीन एडवांस हॉस्पिटल की लापरवाही और पैसे की भूख ने ले ली मरीज की जान !

रायपुर। राजधानी के दूरबीन एडवांस हॉस्पिटल डूमरतरई में बदहाल व्यवस्था की खबर हमने 17 मई को प्रकाशित की थी. यहां पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची महिला मरीज की अव्यवस्था के बीच अंतड़ी की ऑपरेशन कर दी गई. ऑपरेशन के बाद जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही मरीज को क्रिटिकल कंडीशन में मेकाहारा में भर्ती कराया गया. जहां आज महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई है.

मृतिका केसर बाई मंदिर हसौद निवासी के पति भुवनेश्वर धीवर ने मामले में अस्पताल पर आरोप लगाते हुए कहा कि इलाज के नाम पर मेरी पत्नी की हत्या की गई है. इसमें दोषी डॉक्टरों और प्रबंधन वालों को जेल होना चाहिए. जब हॉस्पिटल में ऑपरेशन के लिए व्यवस्था नहीं था तो ऑपरेशन क्यों किया गया? उसने कहा कि आज मेरी पत्नी ने दम तोड़ दी है, मेरी दो छोटी-छोटी बेटियां हैं उनका क्या होगा ? उन्हें कैसे बताऊ उनकी मां नहीं रही.

पति ने बताया कि दूरबीन हॉस्पिटल में आईसीयू, वेंटिलेटर, डॉक्टर, ऑपरेशन टीम है और ना ही ऑपरेशन बेकअप टीम है. फिर भी इमरजेंसी बताकर ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद हॉस्पिटल में प्रसव वाले महिलाओं के बीच महिला तड़प रही थी. जब दूरबीन हॉस्पिटल की पोल खुलने के बाद महिला को स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल प्रदेश के सबसे बड़े हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. अमरीज की दूरबीन हॉस्पिटल में हालात इतना बिगड़ चुकी थी कि मेकाहारा में सीधा क्रिटिकल केयर में भर्ती कराया गया था. वहीं आज वेंटिलेटर में महिला ने दम तोड़ दिया. पति ने पत्नी की मौत के लिए बगैर व्यवस्था के ऑपरेशन करने वाले दूरबीन हॉस्पिटल को जिम्मेदार ठहराया है जिम्मेदार पति ने. इस घटना के बाद से पीड़ित जिद पर अड़ा हुआ है कि जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा तब तक वह पत्नी के शव को मुखाग्नि नहीं देगा. साथ ही पीड़ित पति अपने नुकसान की भरपाई और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

ईमान और रसूख साथ- साथ!

महिला की मौत के बाद जब अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई तो संचालक डॉ. कल्पना बरिहा का एक बयान सामने आया। इसमें वे अपने आप सीएम विष्णुदेव साय की बहू बता रही हैं। डॉ. बरिहा ने कहा, सीएम साहब मेरे मामा ससुर लगते हैं। मेरी बात सुनिए मैं पॉलिटिकल शो नहीं करती। मैंने मरीज को देर रात में भी सेवाएं दी हैं। रात- रात भर जागकर ईमानदारी से इलाज किया है। मैंने कार्ड (आयुष्मान कार्ड) नहीं लगवाया है।

दूरबीन एडवांस्ड हॉस्पिटल में मरीज की मौत के मामले में जांच समिति का गठन

वही छत्तीसगढ़ में दूरबीन एडवांस्ड हॉस्पिटल में हुई महिला मरीज की मौत के मामले की खबर का बड़ा असर हुआ है। मामले में चीफ मेडिकल ऑफिसर हेल्थ मिथिलेश चौधरी ने जांच समिति का गठन किया है।

छत्तीसगढ़ में इस खबर का बड़ा असर हुआ है। रायपुर दूरबीन एडवांस्ड हॉस्पिटल में हुई महिला मरीज की मौत के मामले में चीफ मेडिकल ऑफिसर हेल्थ मिथिलेश चौधरी ने एक जांच कमेटी का गठन किया है। डॉक्टर संजीव वोहरा जांच कमेटी की अगुआई करेंगे। मामले में कमेटी ने डुमर तराई जाकर मेडिकल हिस्ट्री को जब्त कर लिया है। जांच कमेटी के प्रमुख डॉक्टर संजीव वोहरा से मिडिया से बात की। डॉ. वोहरा ने बताया कि जांच समिति में पांच सदस्य खासतौर पर हैं। समिति को यदि अन्य लोगों या एक्सपर्ट की जरुरत होगी तो उन्हें शामिल किया जाएगा। इसको लेकर आदेश और अधिकार समिति के पास है।

मेडिकल रिकॉर्ड जब्त

जांच समिति में शामिल डॉक्टर्स ने बताया कि मेडिकल रिकॉर्ड जब्त कर लिया गया है। जब्त किए गए रिकॉर्ड को प्राथमिक तौर पढ़ा भी गया है। डॉक्टर ने कहा कि मृत महिला के
परिजनों के हस्ताक्षर वाले पेपर्स देखे गए हैं,

हस्ताक्षर वाले पेपर्स मौत के बारे में क्या सुबूत बन सकेंगे यह देखना होगा। नाम नहीं पब्लिश करने की शर्त पर डॉक्टर ने कहा कि हॉस्पिटल को देखकर लगता नहीं है कि नर्सिंग होम एक्ट के मापदंड को दूरबीन एडवांस्ड हॉस्पिटल पूरा करता है।

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