यमाल अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं लेकिन अपने क्लब
बार्सिलोना में उन्होंने पहले ही रिकॉर्ड बुक्स में जगह बना ली है.
वे स्पैनिश टीम के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी और गोल स्कोरर बन गए हैं. इससे पहले वे स्पेन की ला लीगा में सबसे कम उम्र के स्कोरर भी बने थे.
यमाल 13 जुलाई को 17 साल के हो जाएंगे यानी यूरो 2024 के फाइनल से एक दिन पहले.
अपनी सोच की झलक देते हुए यमाल ने कहा कि वे अपना जन्मदिन मनाने के लिए बस “जीत, जीत, जीत और जीत” पर ही ध्यान देंगे.
फ़ाइनल में स्पेन का मुक़ाबला इंग्लैंड और नीदरलैंड्स के बीच होने वाले दूसरे सेमीफ़ाइनल के विजेता से होगा.
लेकिन सामने जो भी टीम हो, उस टीम को बस एक ही सलाह है कि वो इस युवक को उकसाए न. क्योंकि फ़्रांस के ख़िलाफ़ मैच से पहले उनके मिडफ़ील्डर एडरियां राबियो ने कहा था कि यमाल ने अब तक टूर्नामेंट में जो प्रदर्शन किया है, उससे बेहतर खेलना होगा.
इंग्लैंड के पूर्व डिफ़ेडर रियो फ़र्डिनेंट कहते हैं, “ऐसा लग रहा था कि मानो यमाल ने राबियो को देखा और सोचा कि मैं तुम्हें दिखाता हूँ.”
“ये एक बच्चे का अद्भुत गोल था.”
यमाल मैच के बाद सुबह सवा बाहर बचे पोस्ट मैच प्रेसवार्ता में पहुँचे.
वहां पत्रकारों ने उनसे पूछा गया कि ‘अब बोलो’ वाला बयान किसके लिए था?
यमाल का जवाब था, “जिस शख़्स के लिए ये बयान था वो जानता है कि ये बयान उसके लिए है.”
“अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए गोल करना और फ़ाइनल में पहुँचना एक सपने का सच होने जैसा है.”
यमाल ने प्रेसवार्ता का सामना भी उसी आत्मविश्वास के साथ किया जिसके साथ वो मैदान पर फ़ुटबॉल खेल रहे थे.
अब यमाल का फ़ोकस रविवार को बर्लिन में होने वाले फ़ाइनल पर है.
ये पूछे जाने पर कि वो किसके साथ फ़ाइनल खेलना चाहेंगे – इंग्लैंड या नीदरलैंड्स?
यमाल ने कहा, “मुझे फ़र्क नहीं पड़ता. जब आप फ़ाइनल में हो तो आपको अपना बेहतरीन प्रदर्शन करना होता है. सामने जो भी हो, हम डटकर खेलेंगे.”