अमेरिका ने कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच रचनात्मक और सार्थक बातचीत का समर्थन करता है लेकिन इस बातचीत का तरीक़ा क्या होगा ये भारत और पाकिस्तान तय करें.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक सवाल के जवाब में भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के लिए अमेरिका की किसी भी भूमिका से इनकार किया.
प्राइस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ये इन देशों का लिया जाने वाला निर्णय हैं. यदि वे अमेरिका के लिए विशेष भूमिका पर सहमत होते हैं, तो अमेरिका दोनों देशों के भागीदार के रूप में उस प्रक्रिया का समर्थन करने के लिए तैयार है, ये हम ज़िम्मेदारी से कर सकते हैं.”
इस पर पत्रकार ने सवाल किया कि “विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका के पास दोनों भागीदारों के बीच मध्यस्थता करने की शक्ति और अधिकार है. पाकिस्तान और भारत आपके सहयोगी हैं, तो आप मध्यस्थता क्यों नहीं करते?”
इस सवाल के जवाब में नेड प्राइस ने कहा, “ये काम अमेरिका का नहीं है कि वह तय करे कि भारत और पाकिस्तान एक दूसरे से कैसे जुड़ना चाहते हैं. हम दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को हल करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच रचनात्मक बातचीत, सार्थक कूटनीति का समर्थन करते हैं.”