ठंड के साथ बाहरी चोर गैंग का उत्पात शुरू हो गया है। 48 घंटे में बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। रायपुर, दुर्ग, कांकेर और महासमुंद में चोरों ने लगभग एक ही तरीके से चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया।
चोरों ने चार कारोबारियों के यहां से 50 लाख रुपये से ज्यादा के डायमंड, सोने-चांदी के जेवर और नकदी रकम पार कर दी। जिन शहरों में चोरी की घटनाएं हुई हैं, अब रायपुर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम उन जगहों की पुलिस से संपर्क कर चोरों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
सूने मकानों को बना रहे निशाना
बता दें कि रायपुर में दो कारोबारियों के यहां चोरी की घटनाएं हुई हैं। उनमें से एक जगह का सीसीटीवी सामने आया है। फुटेज में एक चोर चोरी कर भागते दिखाई दे रहा है। सीसीटीवी के आधार पर आगे की जांच की जा रही है। अफसरों के अनुसार चोरी के बारे में उन्हें कुछ जानकारी मिली है, लेकिन अब तक हाथ खाली है। चोरी की वारदात कुछ ही घंटों में हुई। इससे साफ है कि सूना मकान देखकर चोर अंदर गए और पूरा सामान पार कर दिया।
48 घंटे के भीतर हुईं चोरियां
रायपुर के दो स्थानों के अलावा दुर्ग तथा कांकेर में जिन कारोबारियों के यहां चोरी की घटनाएं हुई हैं, वह 48 घंटे के भीतर हुई हैं। चोरी की घटनाएं मतदान के दिन शुक्रवार और उसके दूसरे दिन शनिवार को हुई है। चोरों को इस बात की जानकारी थी कि मतदान के दिन पुलिस व्यस्त रहेगी, साथ ही उसके दिन पुलिस चुनावी ड्यूटी के बाद थकी रहेगी। इस बात का चोरों ने फायदा उठाया और चोरी की वारदात की।
एक साथ अलग-अलग शहर में
पुलिस अधिकारियों के अनुसार बाहरी चोर गिरोह का तरीका कुछ इसी तरह से रहता है। वे एक साथ आते हैं। अलग-अलग जिलों में यह गिरोह बंट जाता है। 10-10 लोग अलग-अलग बंट जाते हैं। इसके बाद शहर में फैलकर चोरी करते हैं। साथ मिलकर वहां से फरार हो जाते हैं। जानकारी के अनुसार यह अपने पास मोबाइल फोन भी नहीं रखते हैं। जिससे पुलिस को खोजने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।