मानवीय सहायता देने वाली एजेंसियों का कहना है कि ग़ज़ा में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए 20 लॉरियों से कहीं अधिक की ज़रूरत है.
दरअसल, बुधवार को अमेरिका और मिस्र के बीच सहमति बनने के बाद इसराइल ने रफ़ाह बॉर्डर के रास्ते ग़ज़ा में राहत सामग्रियों से भरी 20 लॉरी को जाने देने पर हामी भर दी थी.
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स का कहना है कि ग़ज़ा के लोगों की मदद के लिए हर दिन कम से कम 100 लॉरी की ज़रूरत होगी.
अमेरिका ने कहा है कि राहत सामग्री से भरी 20 लॉरी कल तक मिस्र से ग़ज़ा में प्रवेश करने को तैयार हैं और सड़क की मरम्मत के बाद ये ग़ज़ा पहुंचेंगी.
उधर, काहिरा में वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम से जु़ड़ीं अबीर एतेफ़ा के अनुसार, ‘करीब 20 लाख की आबादी को मदद की बहुत अधिक ज़रूरत है और ग़ज़ा में हालात बहुत ख़राब हैं.’
वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम से जुड़ी 23 बेकरी हैं जिनमें केवल चार ही चालू हैं, जबकि बाकी या तो क्षतिग्रस्त हैं या ईंधन और कच्चा माल ख़त्म हो चुका है.
फ़लस्तीनियों की मदद के लिए लगातार कूटनीतिक स्तर पर प्रयास जारी हैं.
इसी कड़ी में मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फ़तह अल-सिसी आज जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह की मेज़बानी करेंगे.
मिस्र और जॉर्डन दोनों कई सालों से इसराइल के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते निभा रहे हैं. पिछले संघर्षों में भी इन दोनों देशों ने मध्यस्थता के लिए अहम भूमिका निभाई थी.