केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया क्षेत्र की चुनौतियों पर बात की है.
अनुराग ठाकुर ने शनिवार को ओडिशा जर्नलिज्म अवॉर्ड में शिरकत की थी.
इस दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा, ”धूप में खड़े हैं, पसीने बहा रहे हैं, बारिश आ रही है. पत्रकारों का जीवन मुश्किल है. ख़ासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का. उनको लगता है कि अगर 20 सेकेंड देर हो गई तो ब्रेकिंग न्यूज़ कोई और कर देगा. ब्रेकिंग न्यूज़ करते-करते कई बार फेक न्यूज़ चल जाती है. वो बहुत भारी पड़ती है.”
सबसे पहले और तेज़ खबरें चलाने की भारतीय न्यूज़ चैनलों की कोशिशों पर भी अनुराग ठाकुर ने तंज कसा.
अनुराग ठाकुर बोले, ”एक्सक्लूसिव चलाने के चक्कर में सच है या नहीं, ये जानते भी नहीं. लेकिन चला देते हैं. उनको देखकर कई और चला देते हैं. दूसरों को लगता है कि इसने चलाया है तो ठीक ही होगा. ये भी अपने आप में ज़िम्मेदारी है. पत्रकारिता के काम की ज़िम्मेदारी कौन लेगा?”
भारत में इंटरनेट का प्रसार तेज़ी से हुआ है. यू-ट्यूब चैनलों के ज़रिए ख़बरें देने वालों की संख्या में काफ़ी तेज़ी देखने को मिली है.
अनुराग ठाकुर कहते हैं,”अब प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक में तो एडिटर ज़िम्मेदारी लेते हैं. अब डिजिटल मीडिया आ गया, इसकी कौन ज़िम्मेदारी लेगा. इसमें तो हर कोई अपनी मर्ज़ी का मालिक है. इतना बड़ा प्लेटफॉर्म है कि आप अपनी बात कहकर दुनिया तक पहुंचा सकते हो. अखबार तो सीमित क्षेत्र तक होते हैं. डिजिटल मीडिया में तो कुछ सेकेंड में सात समंदर पार भी आपकी खबर एक क्लिक से पहुंच जाएगी. तब आप क्या करोगे?”
डिजिटल मीडिया की चुनौतियों पर अनुराग कहते हैं, ”मुझे लगता है एक नई चुनौती हम सबके सामने आ रही है. मुझे लगता है कि इन चुनौतियों को झेलना और इनसे निकलना हम सबकी ज़िम्मेदारी है.”