विवादों में घिरीं ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पर यूपीएससी ने एफ़आईआर दर्ज कराई है और सिविल सर्विसेज़ एग्ज़ाम 2022 के लिए उनकी उम्मीदवारी को रद्द करने का नोटिस जारी किया है.
यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर के मामले में उसने एक व्यापक और विस्तृत जांच की है.
जांच में पता चला है कि उन्होंने फ़र्ज़ी तरीक़े से उम्र सीमा के बाद परीक्षा दी और इसके लिए उन्होंने फ़र्ज़ी पहचान पत्र दिए जिसमें उन्होंने अपना, अपनी मां, अपने पिता का नाम बदल दिया. तस्वीर और हस्ताक्षर के साथ साथ इमेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता भी बदल दिया.
बयान के मुताबिक, यूपीएससी ने उन पर एफ़आर दर्ज कराने के साथ उनकी उम्मीदवारी को कैंसिल करने के लिए नोटिस जारी किया है.
इससे पहले आयोग ने पूजा खेडकर को प्रशिक्षण से वापस बुला लिया था.
पूजा खेडकर पुणे ज़िला मुख्यालय में प्रशिक्षण के लिए नियुक्ति की अवधि के दौरान अनुचित मांगों और अभद्र व्यवहार के कारण चर्चा में आईं और उसके बाद फर्ज़ीवाड़े का पता चला.
पूजा खेडकर 2023 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. उन्हें पुणे ज़िला में प्रोबेशन पीरियड के दौरान एडीएम के रूप में नियुक्ति मिली थी.
प्रशिक्षण के दौरान उनसे प्रशासन के कामकाज को बेहतर तरीके से समझने और इससे जुड़ी अन्य बातें सीखने की उम्मीद थी. लेकिन उन पर आरोप है कि ज्वाइन करने से पहले ही उन्होंने अनुचित मांगें करनी शुरू कर दीं.
आरोप है कि मांगें स्वीकार होने के बाद भी वो किसी न किसी वजह से शिकायत करती रहीं. कलेक्टरेट के कई अधिकारियों ने इस संबंध में कलेक्टर के पास लिखित शिकायत भी दर्ज कराई.
इसके बाद पुणे के ज़िलाधिकारी सुहास दिवसे ने तत्कालीन मुख्य सचिव से उनकी शिकायत की.
जिसके बाद उनका तबादला महाराष्ट्र के वाशिम ज़िले में कर दिया गया था.
एक दिन पहले ही पूजा खेडकर की माँ मनोरमा खेडकर को पुणे पुलिस ने ज़मीन से जुड़े एक विवाद के मामले में हिरासत में ले लिया. बंदूक से धमकाते हुए उनका एक वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था.