भारी बारिश और तूफान ने पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, मिजोरम व मणिपुर में रविवार को तबाही मचाई। त्रिपुरा में 600 से अधिक घर तबाह होने की खबर है। इनमें 162 घर पूरी तरह जमींदोज या गंभीर क्षतिग्रस्त हो गए। बारिश और हवाओं के थपेड़ों के बीच मिजोरम में चर्च गिर गया। खबर के मुताबिक मिजोरम के चम्फाई जिले के लुंगटन गांव में यूनाइटेड पेंटेकोस्टल चर्च की इमारत ढह गई। आइजोल के सियालसुक में एक और चर्च की इमारत को नुकसान पहुंचा। उधर, मणिपुर के थौबल व खोंगजोम इलाके में भी कई पेड़ उखड़ गए और घरों की टीन की छतें उड़ गईं। वहीं, असम में गुवाहाटी हवाईअड्डा क्षतिग्रस्त हो गया। इसके चलते हवाईअड्डे का परिचालन रोकना पड़ा। छह उड़ानों के मार्ग बदलने पड़े। त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) भी तैनात किए गए हैं। प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने स्थिति का जायजा लिया और चक्रवात प्रभावित लोगों से मुलाकात की। जलपाईगुड़ी में चक्रवात के कहर के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में तूफान पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया, प्रशासन प्रभावित इलाकों में मुस्तैद है। जरूरी सहायता प्रदान की जा रही है। सरकार पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, ‘डॉक्टर, नर्स और अस्पताल कर्मचारी स्थिति को संभालने के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। बचाव अभियान खत्म हो चुका है।
सीएम ममता ने बताया कि जिला और ब्लॉक प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबंधन दल (डीएमजी) और क्यूआरटी टीमें राहत और बचाव अभियान चला रही हैं। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। पश्चिम बंगाल सरकार के मुताबिक जिला प्रशासन मृतकों के परिजनों और घायलों को नियमों के अनुसार और आदर्श आचार संहिता एमसीसी का पालन करते हुए मुआवजा प्रदान करेगा।
रात के करीब एक बजे जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल पहुंचीं सीएम ममता बनर्जी ने अस्पताल में भर्ती हर एक घायल से मिलने की कोशिश की। हर किसी को भरोसा दिलाया- आप लोग अपनी सेहत का ध्यान रखें। एक मरीज ने मुख्यमंत्री से कहा, बारिश-तूफान में घर टूट गया। इस पर ममता बोलीं- उसकी आप चिंता मत कीजिए। प्रशासन मदद करेगा।