मौसम अपडेट : छत्तीसगढ़ में अब मानसून की सक्रियता काफी बढ़ गई है और लगातार बारिश हो रही है। मंगलवार को भी रायपुर सहित प्रदेश भर में लगातार बारिश होती रही। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार कोरायपुर और सरगुजा संभाग में भारी बारिश के आसार बने हुए है।
बता दे कि प्रदेश भर में हो रही लगातार बारिश में मंगलवार को 15 शहरों में भारी बारिश तथा तीन शहरों में अति भारी बारिश हुई है। इनमें बालोद जिले में सर्वाधिक 16 सेमी बारिश हुई है। इसके साथ ही कुकरेल 13 सेमी, डोंडीलोहारा 12 सेमी, गुरुर-लोरमी 10 सेमी, धमतरी 9 सेमी, तखतपुर-डोंडी 8 सेमी बारिश हुई। इन क्षेत्रों के अलावा भी प्रदेश भर में हल्की से मध्यम वर्षा हुई।
मानसूनी तंत्र के प्रभाव से रायपुर में सुबह से ही बारिश लगातार जारी रही और शाम तक 53.6 मिमी बारिश हुई। बारिश के चलते शहर के मुख्य मार्गों के साथ ही गली मुहल्लों में भी जलभराव की स्थिति है। लगातार हो रही बारिश के चलते मौसम में ठंडकता आ गई है। दिन के वक्त भी बारिश के साथ ठंडी हवाओं के चलने से हल्की ठंड बढ़ी है और उमस से लोगों को राहत मिल गई है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण झारखंड और उसके आसपास स्थित है। यह 7.6 किमी ऊंचाई तक फैला है। इसके साथ ही मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर बीकानेर, सीकर, ग्वालियर, खजुराहो, रांची, दीघा और उसके बाद पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किमी ऊंचाई तक है। इसके प्रभाव से प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में अंधड़ चलने व बिजली गिरने तथा भारी बारिश की संभावना है। भारी बारिश का क्षेत्र मुख्य रूप से सरगुजा संभाग रहेगा।
बिलासपुर मौसम अपडेट : सावन मनभावन..रिमझिम फुहारों ने बिलासपुर में लाई ठंडक
आज भी बारिश की संभावना प्रदेश में 24 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने, वज्रपात होने और भारी बारिश होने की भी संभावना है। भारी बारिश का क्षेत्र मुख्यतः सरगुजा संभाग रहने की संभावना है। ऐसे में बिलासपुर में आंशिक रूप से इसका असर दिख सकता है।
सावन की पहली फुहारों ने गर्मी और उमस से परेशान आमजन को बड़ी राहत दी। ठंडी हवाओं और रिमझिम बारिश ने वातावरण को खुशनुमा बना दिया, जिससे दिन का तापमान आठ डिग्री गिरकर 27 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इस मौसम में किसानों से लेकर युवाओं तक के चेहरों पर मुस्कान छा गई।
न्यायधानी में 32 मिलीमीटर
न्यायधानी में 32 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। बारिश की बूंदें गिरते ही किसानों के चेहरों पर मुस्कान बिखर गई। सावन की इस रिमझिम फुहार ने न केवल फसलों के लिए अमृत का काम किया है, बल्कि खेतों की प्यास भी बुझाई है। धान की खेती के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण होता है और इस बारिश ने उनकी चिंताओं को दूर कर दिया है।