जेल से बाहर आने के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा है कि ‘हम तो रथ के घोड़े हैं हमारा सारथी अभी जेल में बंद है.’
उन्होंने कहा, “हमारा सारथी अभी जेल में बंद है और जेल के ताले टूटेंगे और वह जल्दी छूट के आ जाएंगे.”
उन्होंने कहा, “बाबा साहेब ने क़रीब 75 साल पहले इस बात का अंदाजा लगा लिया था कि कभी न कभी इस देश में ऐसा होगा तानाशाही ताक़तें आकर आतंकवादियों पर लगाए जाने वाले क़ानून को आम आदमी के ऊपर लगाएंगे, व्यापारियों के ऊपर लगाएंगे और विपक्षियों के ऊपर लगाएंगे तो उस वक्त उन लोगों को संविधान बचाएगा.”
मनीष सिसोदिया ने कहा है कि आज हम संविधान की बदौलत खड़े हैं. संविधान की ताक़त से यहां खड़े हैं. आज मैं देश के संविधान का, बाबा साहेब का और विनम्र निवेदन के साथ सुप्रीम कोर्ट का शुक्रगुज़ार हूं.
उन्होंने कहा, “माननीय सुप्रीम कोर्ट ने संविधान की दी हुई ताक़त का इस्तेमाल करते हुए कल तानाशाही को कुचला है.”
उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के साथ साथ मैं उन वकीलों का दिल से शुक्रगुज़ार हूं जो पिछले डेढ़ साल से लड़ाई लड़ रहे हैं.
मनीष सिसोदिया ने कहा, “मेरे अभिषेक मनु संघवी साहब तो वाक़ई भगवान स्वरूप हैं.”