राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने “इलेक्टोरल बॉन्ड’ के बारे में कहा कि “ये एक प्रयोग है.”
फिर से सरकार्यवाह निर्वाचित किये जाने के बाद अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दत्तात्रेय होसबाले ने ये बयान दिया है.
आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) की नई कार्यकारिणी में दत्तात्रेय होसबाले को दोबारा अगले तीन साल के लिए सरकार्यवाह चुना गया है.
इसके अलावा एबीपीएस ने छह नए सह-सरकार्यवाह भी चुने हैं. ये हैं – कृष्ण गोपाल, मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, अतुल लिमये और आलोक कुमार.
इलेक्टोरल बॉन्ड पर दत्तात्रेय ने कहा, “आरएसएस ने इस पर अभी कुछ सोचा नहीं है. बल्कि यहां इस पर चर्चा भी नहीं हुई क्योंकि इलेक्टोरल बॉन्ड एक प्रयोग है, ऐसे प्रयोग होते रहने चाहिए.”
उन्होंने कहा, “इलेक्टोरल बॉन्ड अचानक आज नहीं आए. ऐसा पहले भी हुआ है, इसे एक प्रयोग के तौर पर लाया गया. इसके चेक्स एंड बैलेंस होने चाहिए.”
उन्होंने कहा, “यह कितना लाभकारी है यह समय बताएगा. इसलिए यह प्रयोग करने देना चाहिए, यह संघ का विचार है.”