पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद स्वप्निल कुसाले ने मिडिया से फ़ोन पर बताया कि इवेंट से पहले सभी खिलाड़ियों की धड़कनें बढ़ती हैं. मैंने बस अपनी सांसों पर काबू और खुद को शांत रखते हुए अपने शूट पर फ़ोकस किया.
पेरिस ओलंपिक में स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग की 50 मीटर राइफल थ्री पोज़िशन स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है. इसी के साथ भारत के खाते में आब तीन मेडल हो चुके हैं.
कुसाले 50 मीटर राइफल शूटिंग इवेंट के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं.
वहीं जीत के बाद पत्रकारों से बात करते हुए स्वप्निल ने कहा, “मैं स्कोर बोर्ड की तरफ़ भी ध्यान नहीं दे रहा था. मेरा फ़ोकस केवल खुद पर और शूटिंग पर ही था. मुझे बस वहां पर मौजूद जो भी भारतीय थे उनको खुश देखना था.”
अपनी ओलंपिक तक की यात्रा के बारे में स्वप्निल का कहना था कि मैंने अपनी पिछली गलतियों और अनुभवों से सीखा है और उसी की बदौलत मैं यहां आया था. मैं अपनी कोच दीपाली मैम को भी शुक्रिया कहना चाहता हूं. उन्होंने मुझे भावनात्मक तौर पर काफ़ी सपोर्ट किया है.
मैच से पहले क्या स्वप्निल कोई ख़ास तैयारी करते हैं, इस सवाल के जवाब में स्वप्निल ने कहा, “मैच से पहले मैं भागवान से प्रार्थना करता हूं और कुछ मंत्रों को भी पढ़ लेता हूं.”
28 वर्षीय स्वप्निल महाराष्ट्र के कोल्हापुर के राधानगरी के रहने वाले हैं.
उन्होंने शूटिंग की ट्रेनिंग नासिक के स्पोर्ट्स एकेडमी से ली थी और फ़िलहाल पुणे में रेलवे की नौकरी में है.
स्वप्निल इससे पहले 2022 एशियाई खेलों के टीम इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम में शामिल रहे हैं.