भारतीय विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ढाका से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के प्रत्यर्पण के अनुरोध पर प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा, “पिछले हफ्ते विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की थी कि बांग्लादेश से शेख़ हसीना के प्रत्यर्पण की मांग को लेकर एक चिट्ठी मिली है. इसके आगे मुझे कुछ नहीं कहना है.”
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना पांच अगस्त को हिंसक आंदोलनों की वजह से अपने पद से इस्तीफ़ा देकर देश छोड़ भारत आ गई थीं.
साथ ही इस दौरान रणधीर जायसवाल ने बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर से जुड़े चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई की मांग के मुद्दे पर भी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में जिस प्रकार की कार्रवाई चल रही है. जिनको गिरफ्तार किया गया है उनको एक निष्पक्ष सुनवाई मिलेगी, यही हमारी अपेक्षा है.
बतौर प्रधानमंत्री शेख़ हसीना का कार्यकाल 15 साल का रहा है. उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप भी लगे.
पांच अगस्त की उस घटना के तीन दिनों बाद नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रोफ़ेसर डॉ. मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार