बृजमोहन अग्रवाल यदि लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली में मोर्चा सम्हालते हैं तो उनके मंत्री पद से हटने के बाद जगह कौन लेगा इस पर अटकलों का दौर जारी है। यदि बृजमोहन अग्रवाल मंत्री पद से हटते हैं तो एक नहीं दो मंत्री पद रिक्त हो जाएंगे। सरकार बनते ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जब अपने मंत्री मंडल का गठन किया तब एक मंत्री पद रिक्त रखा था। दो मंत्री पद रिक्त होने की स्थिति बनते देख कुछ दिग्गज भाजपा विधायक संभावनाएं तलाशने में लग गए हैं। भाजपा से गहराई से जुड़े कुछ लोगों का मानना है कि एक रिक्त मंत्री पद सामान्य तथा दूसरा रिक्त पद किसी ओबीसी नेता को दिया जा सकता है। सामान्य वाली स्थिति में अमर अग्रवाल एवं राजेश मूणत का नाम सबसे ऊपर है। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के समय भाजपा के सबसे बड़े रणनीतिकार रहे उस समय के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने अमर अग्रवाल के लिए पूरा जोर लगा दिया था, लेकिन दिल्ली तरफ हवा का रूख़ कुछ और था। अभी भी अमर अग्रवाल के लिए दिल्ली में पूरा जोर लग सकता है। रही बात राजेश मूणत की तो वे शुरु से डॉ. रमन सिंह के बेहद क़रीबी और विश्वसनीय माने जाते रहे हैं। इस समय डॉ. रमन सिंह की गुड बुक में दो नाम राजेश मूणत एवं भावना बोहरा हैं। यदि मंत्री पद के लिए ओबीसी फैक्टर पर विचार किया गया तो स्वाभाविक है धरमलाल कौशिक एवं अजय चंद्राकर ये दो ही नाम पार्टी के दिग्गज नेताओं के सामने विचारार्थ होंगे।