मनेंद्रगढ़। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने दूसरे राज्यों से शराब की खेप छतीसगढ़ आने को लेकर कहा है कि अवैध शराब का कारोबार कांग्रेस विधायकों के संरक्षण में चल रहा है। शराबबंदी का वादा कांग्रेस सरकार ने किया था, सरकार गंगाजल का अपमान कर रही है। कोरोनाकाल में शराब की होम डिलेवरी शुरू कर दी।
भाजपा का आरोप है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार शराबबंदी के वादे के साथ सत्ता में आई, लेकिन प्रदेश में शराबबंदी तो दूर बल्कि अवैध शराब की बिक्री जोरों पर होने लगी। पिछले कई मामले में पकड़े गए शराब के जखीरे से साबित होता है कि छत्तीसगढ़ में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की अवैध शराब बहुतायत में तस्करी की जा रही है।
इधर राजनांदगांव जिले में बीते कुछ महीनों और वर्षों में हुई कार्यवाही में करोड़ों रुपए का शराब अब तक जब्त हुआ है, यह शराब मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र निर्मित है। तीन राज्यों का त्रिकोणी जिला होने के चलते राजनांदगांव से होकर प्रदेश भर में शराब की तस्करी बड़े पैमाने पर जारी है। समय-समय पर पुलिस कार्रवाई भी कर रही है और लाखों रुपए का शराब जब्त भी कर रही है।
इसके बावजूद शराब तस्करों के हौसले बुलंद हैं। राजनांदगांव जिले के महाराष्ट्र सीमा से लगे छुरिया क्षेत्र, चिचोला क्षेत्र और मध्य प्रदेश की सीमा से लगे साल्हेवारा क्षेत्र से बड़े पैमाने पर शराब छत्तीसगढ़ में सप्लाई की जा रही है। इस सप्लाई चैन को तोड़ने पुलिस भी नाकाम है।
इससे इस बात का साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि छत्तीसगढ़ में निर्मित हो रही शराब के अलावा दूसरे राज्यों की भी शराब की खपत छत्तीसगढ़ में है कई गुना है। इस लिहाज से यह समझा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ में शराब के नशे का कारोबार कितना फल-फूल रहा है और कितनी बड़ी आबादी इस शराब की आदी हो चुकी है।