कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भगवान बजरंग बली की तुलना बजरंगदल से करके धार्मिक भावनाएं आहत की हैं और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने आज मेनिफ़ेस्टो जारी किया था. चुनावी घोषणापत्र में कांग्रेस ने कहा है कि अगर पार्टी सत्ता में आती है तो बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफ़आई) जैसे संगठनों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेगी और इसमें प्रतिबंध लगाना तक शामिल है.
इसके बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में होसपेट की एक रैली में कांग्रेस पर तंज़ कसते हुए कहा था, ” यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्रीराम से भी तकलीफ़ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ़ हो रही है.”
पीएम मोदी ने रैली में कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफ़ेस्टो में बजरंग बली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है.’
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, ”शर्म आनी चाहिए, मेरे अराध्य देव की तुलना बजरंग दल से करेंगे. जिनके बारे में आपके अपने नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने क्या कहा था 2017 में याद है आपको- कि ये आईएसआई से संबंधित लोग हैं. फ़ोन उठाइए प्रधानमंत्री जी और पूछिए जरा उनसे कि क्या विचार हैं उनके बजरंग दल के विषय में.
उन्होंने कहा, “बजरंग बली की तुलना बजरंग दल से करेंगे. ये हम बर्दाश्त कर लेंगे? कैसे अपमान कर सकते हैं वो हमारे बजरंग बली की?”
उन्होंने कहा, ”माफी मांगें प्रधानमंत्री. इस देश से और करोड़ों ऐसे भक्तों से जो बजरंग बली को अपने दिल के क़रीब रखते हैं.”