राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों को पलटने से जुड़े मामले में आपराधिक आरोप तय हो गए हैं.फिर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पेश कर चुके 77 वर्षीय ट्रंप ने जो बाइडन सरकार पर पलटवार करते हुए कहा है कि ये ‘विच हंट’ है.
ट्रंप पर पहले से ही गोपनीय दस्तावेजों के कुप्रबंधन और अपने से जुड़ी जानकारी छिपाने के लिए, पॉर्न स्टार को भुगतान करने से जुड़े दो मामलों में आरोप तय किए जा चुके हैं.
चुनाव के केस में जुड़ी जाँच इस बात पर केंद्रित होगी कि हार और वॉशिंगटन दंगों के बीच दो महीनों के भीतर ट्रंप की गतिविधियां क्या रहीं?
जनवरी 2021 में ट्रंप के समर्थकों ने जो बाइडन की जीत के बाद कैपिटल हिल पर हमला कर दिया था.
इस जाँच की अगुवाई अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से नियुक्त स्पेशल काउंसल जैक स्मिथ कर रहे हैं.
उन्होंने मंगलवार को कहा, “छह जनवरी 2021 को हमारे देश की संसद पर हुआ हमला अमेरिकी लोकतंत्र पर हमला था.”
ट्रंप पर धोखाधड़ी करने और आधिकारिक कार्यवाही को रोकने की साज़िश रचने, सरकारी कार्यवाही में रुकावट डालने और इसकी साज़िश रचने और अधिकारों के ख़िलाफ़ साज़िश रचने के आरोप लगाए गए हैं.
आरोप लगाए जाने की घोषणा के तुरंत बाद ट्रंप की टीम ने इसे भ्रष्ट और राजनीतिक मंशा से की गई कार्रवाई बताया है. साथ ही नाज़ी जर्मनी में हुए अत्याचार से इसकी तुलना की.
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर लिखा कि उन्हें इतना समर्थन पहले कभी नहीं मिला था.