‘न्यू दिल्ली जी-20 लीडर्स समिट डिक्लेरेशन’ में यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए जी-20 देशों ने कहा है कि परमाणु हथियारों की धमकी या इस्तेमाल को मंज़ूर नहीं किया जा सकता है.
रूस का जिक्र किए बगैर जी-20 के सदस्य देशों ने बाली घोषणापत्र की याद दिलाई और कहा कि सभी देशों को यूक्रेन में टिकाऊ शांति के लिए यूएन चार्टर के सिद्धांतों के तहत काम करना चाहिए.
इसी घोषणापत्र में सदस्य देशों को ये भी याद दिलाया गया है कि वे अपनी सीमाओं के विस्तार के लिए ताक़त या धमकी के इस्तेमाल से दूर रहेंगे.
भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी देशों के शिखर सम्मेलन में सभी सदस्य देशों ने आपसी सहमति से शनिवार को ‘न्यू दिल्ली जी-20 लीडर्स समिट डिक्लेरेशन’ की घोषणा की.
इस घोषणापत्र में पीएम मोदी की राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कही उस बात को भी शामिल किया गया है जिसमें उन्होंने कहा था, “आज का दौर युद्ध का नहीं है.”