मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में विलुप्त हो रहे पारंपरिक खेलों को किया पुनर्जीवित

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में विलुप्त हो रहे पारंपरिक खेलों को किया पुनर्जीवित

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और सभी आयु वर्ग के लोगों को मंच प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेलों की शुरूआत की गयी है। ग्राम और ब्लॉक स्तर की प्रतियोगिताएं पूरी होने के बाद आज जिला स्तरीय ओलम्पिक खेलों की शानदार शुरूआत 12 से 13 सिंतबर 2023 तक कल और आज जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल में 18 वर्ष आयुवर्ग के बालक-बालिका, 18 से 40 और 40 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के महिला-पुरुष खिलाड़ी उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़िया संस्कृति को सहेजने का काम किया जा रहा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देकर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि खेल से शारीरिक और मानसिक विकास भी होता है। इस आयोजन से पारंपरिक खेलों को नई पहचान मिली है। इन खेलो में महिलाओं ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। उन्होंने उन्मुक्त होकर खेला है। उन्होंने कहा कि अब तक छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों में खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने खिलाड़ियों से आव्हान किया कि वे खेल को खेल भावना से खेलें।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ में विलुप्त हो रहे पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने का काम किया गया है। उनके द्वारा राज्य में सभी वर्ग की बेहतरी के लिए लगातार काम किया जा रहा है। गौरतलब है कि जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता के आज पहले दिन सभी प्रतियोगिताएं पुरूष वर्ग के लिए आयोजित की जा रही है। आज दूसरे दिन 13 सितम्बर को सवेरे 10 बजे से महिलाओं के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित किया गया।

जिला स्तरीय प्रतियोगिता में चार विकासखंड और दो नगरीय क्लस्टर के 850 महिला और 922 पुरूष इस प्रकार कुल 1722 प्रतिभागी खेलों में अपना हुनर दिखा रहे हैं।

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