रायपुर:- मुस्लिम इंटेलेक्युअल फोरम (एम.आई.एफ) के द्वारा छात्र-छात्राओ एवं पालकों के लिये आयोजित कैरियर गाईडेन्स कैम्प में मुम्बई से पधारे विश्व प्रसिद्ध शिक्षाविद् मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. मुबारक कापड़ी का उद्बोधन हुआ ।
प्रवक्ता ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की मानसिक्ता व रुझान समझना चाहिए और उनसे मित्रतापूर्ण संबंध रखें और हर विषय पर खुल कर बात करें ताकि बच्चे अपनी भावनाओं और विचारों को बांटने के लिए बाहरी व गलत लोगों का सहारा न लें जिस से उनके बिगड़ जाने का ख़तरा उत्पन्न होता है । माता-पिता जब तक बच्चो के साथ हर छेत्र में उनकी ताकत, हौसला और मोटिवेटर बन कर नहीं रहेंगे तब तक बच्चों का पूर्ण विकास संभव नहीं है। माता-पिता के आपसी वाद-विवाद बच्चों पर बड़ा बुरा असर डालते है इसलिए चाहिये कि माता-पिता एक आर्दश दम्पत्ति बन कर बच्चों के सामन रहें ।
छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस दुनिया में इन्सानो के ईश्वर के बाद सबसे बड़े हितैषी माता-पिता, भाई बहन होते हैं, अपने बच्चों की हर छोटी-बड़ी जरूरतो के लिए माता-पिता हर तरह की कुरबानियाँ देते है जिसे इन्सान को कभी नहीं भूलना चाहिए । इन्सान अपनी पूरी जिन्दगी में माता-पिता के एहसानों का बदला अदा नही कर सकता अपनी बातों से प्रवक्ता ने धार्मिक किताबों और नज़रियो से पुष्ट किया । कार्यक्रम में मेघावी छात्रों का भी सम्मान किया गया | दो (पी.एच.डी) के साथ – साथ करीब 400 छात्रों का सम्मान हुआ साथ ही पिछले 30 सालो से मेघावी छात्रों का सम्मान कर हौसला बढ़ाने का काम कर रही है।
मुस्लिम इन्टेलेक्युअल फोरम के अध्यक्ष व अन्य सदस्यगणो ने पिछने तीन महीनों की मेहनत कर के इस सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें मुख्यतः सर्वश्री मुबारक गौरी साहब, हाजी शफीक , मोहम्मद शकील, एस एम हाशिम हाजी बशीर शेख मो. हसन, सैय्यद अकील ने अपना अथक योगदान दिया ।