अपडेट: महादेव सट्टा एप मामले में FIR को भूपेश बघेल ने बताया राजनीतिक और प्रतिशोधात्मक

अपडेट: महादेव सट्टा एप मामले में FIR को भूपेश बघेल ने बताया राजनीतिक और प्रतिशोधात्मक

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ पुलिस की EOW और ACB विंग ने महादेव बेटिंग एप के मालिकों से प्रोटेक्शन मनी लेने के मामले में FIR दर्ज की है। जिसको बघेल ने राजनीतिक और प्रतिशोध बताया है।

रायपुर। लोकसभा चुनाव से पहले एफआइआर दर्ज होने पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महादेव सट्टा ऐप में हमने कार्रवाई की। राजनांदगांव से लोकसभा प्रत्याशी बघेल ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि यह राजनीतिक एफआइआर है, यह प्रतिशोध है। छत्तीसगढ़ पुलिस की ईओडब्लू और एसीबी विंग ने महादेव बेटिंग एप के मालिकों से प्रोटेक्शन मनी लेने के मामले में प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्‍ट के तहत FIR दर्ज की है।

  1. कहीं भी मेरे नाम का उल्लेख नहीं है। पहले की एफआइआर की कापी में उसमें शुभम सोनी, रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर का नाम है।
  2. ये विशुद्ध रुप से राजनीतिक एफआइआर है। दबाव पूर्वक नाम डाला गया है। राजनीतिक प्रतिशोध के चलते एफआइआर किया गया है। गूगल को हमने ही लिखा था कि महादेव एप को बंद किया जाए।
  3. आज भी महादेव एप बंद नहीं है। चार महीने यहां राज्य में भाजपा की सरकार है। केंद्र में पिछले 10 साल से सरकार है। अभी यह सट्टा बंद नहीं हुआ है। यह क्या मोदी की गारंटी, विष्णु के सुशासन पर क्या सट्टा सांय-सांय चल रहा है। मोदी की गारंटी-विष्णु के सुशासन में यह स्थिति है।

4.14 ऐसी कंपनी है, जिसमें ईडी-आइटी की जांच के बाद सत्ता पक्ष के खाते में पैसा डाला गया।

  1. भाजपा को सबसे ज्यादा चंदे देने वाले सट्टेबाज ही है।

6.राजनांदगांव लोकसभा चुनाव भाजपा हार चुकी है। इसलिए बदनाम करने के लिए यह सब किया गया है। मेरे चुनाव लड़ने से भाजपा को पूरे प्रदेश में भारी नुकसान हो रहा है। इसलिए मेरे नाम को एफआइआर में बाद में डाला गया है।

  1. मैं इस गीदड़ भभकी से न तो डरने वाला हूं न ही पीछे हटने वाला हूं।
  2. सूची में मेरा नाम है,लेकिन विवरण में राजनीतिक संरक्षण व अधिकारियों का संरक्षण लिखा है। विवरण में मेरा नाम नहीं है।
  3. 4 मार्च को एफआइआर दर्ज करने के बाद ईओडब्ल्यू ने अपने वेबसाइट पर क्यों नहीं डाला। यदि नोटिस मिलता हैं तो मैं जाऊंगा। वकील के माध्यम से भी बात करूंगा।
  4. कांग्रेस सरकार ने महादेव एप के खिलाफ 72 एफआइआर, 450 गिरप्तारी की। महादेव एप पर सबसे पहले कार्रवाई हमने शुरु की।
  5. महादेव एप से भाजपा ने कितना लिया है। यह बताएं। जितने भी सट्टा भी उसमें 28 प्रतिशत जीएसटी केंद्र सरकार ने लगाया है। सच तो यह है कि महादेव एप पर मैंने कार्रवाई की है। इससे भाजपा विचलित हो गई है। इसलिए यह कार्रवाई की गई है। बाकी राज्यों में महादेव एप को केंद्र सरकार क्यों बंद नहीं कर रही है।
    1. महादेव एप को भारत सरकार क्यों बंद नहीं कर रही है। मेरा आरोप यह है कि महादेव एप से भाजपा ने पैसा लिया है। इसलिए एप के खिलाफ कार्रवाई नही हो रही है।
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