80 साल के यंग प्लेयर, लांग जंप में जीता मेडल

80 साल के यंग प्लेयर, लांग जंप में जीता मेडल

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के 80 साल के बुजुर्ग बीएल राय ने नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दूसरा स्थान हासिल किया है. पूर्व मुंबई में 43वीं नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने हिस्सा लिया. मैन 75 प्लस लांग जंप में 2.84 मीटर की छलांग भी लगाई

80 साल के बुजुर्ग का नाम लेते ही एक ऐसे व्यक्ति की तस्वीर सामने आ जाती होगी जो शायद ठीक से चल भी नहीं पाते होंगे, लेकिन इस अवधारणा को छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के बीएल राय ने मिथक साबित किया है. उन्होंने हाल ही में मास्टर एथलेटिक्स ऑफ महाराष्ट्र ने विद्या विहार पूर्व मुंबई में 43वीं नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन किया था. बीएल राय ने मैन 75 प्लस में लांग जंप में भाग लिया।

बीएल राय लांग जंप में 2.84 मीटर जंप लगाकर चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे, इसके लिए उन्हें सिल्वर मैडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. कोरबा शहर के एमपी नगर में रहने वाले बीएल राय बालको के सेवानिवृत्त कर्मी और सृष्टि मेडिकल कॉलेज में स्पोर्ट्स टीचर हैं. 80 साल के बीएल राय में खेल के प्रति आज भी जुनून है. जहां कहीं भी मास्टर एथलिट आयोजित होती है वहां वे भाग लेने पहुंचते हैं.

मुंबई में आयोजित प्रतियोगिता में जहां हर उम्र और आयु वर्ग के करीब ढाई हजार से अधिक खिलाड़ी देशभर से पहुंचे थे. वहीं वेटरन खिलाडिय़ों की संख्या भी कम नहीं थी. छत्तीसगढ़ से शायद वे एकलौते खिलाड़ी थे जिन्होंने इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए मेडल जीतने में सफल रहे. बीएल राय ने बताया कि अगले जून में अयोध्या में मास्टर एथलीट आयोजित होने वाली है जिसमें भाग लेने की तैयारी में जुटे हुए हैं.

इससे पहले भी बीएल राय कई गोल्ड और सिल्वर मेडल जीत चुके हैं. बालको से सेवानिवृत्त होने के बाद वे खेल शिक्षक के रूप में विभिन्न निजी शिक्षण संस्थाओं में सेवाएं देते रहे हैं. वर्तमान में सृष्टि मेडिकल कॉलेज में स्पोर्ट्स टीचर के रूप में सेवा दे रहे हैं. बालको सेवानिवृत्त मैत्री संघ और सृष्टि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा उन्हें प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जाता रहा है. उन्होंने बताया कि वे किसी तरह का नशा नहीं करते हैं. उन्हें अगर कोई नशा है तो केवल खेलने का.

देश के किसी भी कोने में वेटरंस टूर्नामेंट होने की सूचना पर बीएल राय उसमें शामिल होते हैं जिसकी वजह से वे फिट हैं. आज भी वे रोजाना 15-20 किलोमीटर साइकिलिंग करते हैं. बी एल राय ने बताया कि उनके जैसे बहुत से खिलाड़ी हैं जिन्हें प्रोत्साहन की जरूरत होती है. वे चाह कर भी ओपन टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाते हैं. उनका कहना है कि जब मैं 80 की उम्र में मेडल जीत सकता हूं तो युवा क्यों नहीं कर सकते?

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