छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने बुधवार को विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया।
लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद अग्रवाल ने दो दिनों पहले विधायक पद से इस्तीफा दिया था।
अग्रवाल ने बुधवार शाम नवा रायपुर स्थित मंत्रालय में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को अपना इस्तीफा सौंपा।
अग्रवाल राज्य में स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, संसदीय कार्य, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व तथा पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के मंत्री थे।
बृजमोहन अग्रवाल ने सोमवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। हाल में हुए लोकसभा चुनाव में अग्रवाल ने रायपुर सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय को 5,75,285 मतों से हराया था।
बृजमोहन अग्रवाल राज्य में भाजपा के प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मिडिया’ से बातचीत में अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की अंतिम बैठक में भाग लेने के बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, ‘‘मैं 35 साल तक विधायक रहा। मैंने अविभाजित मध्य प्रदेश में तीन साल और छत्तीसगढ़ में 16 साल मंत्री के रूप में लोगों की सेवा की। मैं अधिकारियों, कर्मचारियों, विधायकों और उन सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मेरे साथ काम किया और मेरा समर्थन किया।’’
उन्होंने कहा, ”यदि मेरे कार्यकाल के दौरान किसी को मेरी वजह से ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा चाहता हूं।”
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, ‘‘अब मैं सांसद के तौर पर नयी पारी शुरू करने जा रहा हूं। मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि मैं उनके लिए काम करना और उनकी सेवा करना जारी रखूंगा।”
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 11 लोकसभा सीटों में से 10 पर जीत हासिल की। इस चुनाव में कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की।