तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की बढ़ती उम्र की वजह से ये चर्चा तेज़ है कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा.
इन्हीं चिंताओं के बीच दलाई लामा ने कहा है कि वह “110 साल तक जिएंगे.”
दरअसल इसी साल जून महीने में 89 साल के दलाई लामा को घुटने की सर्जरी के लिए न्यूयॉर्क ले जाया गया था.
इसके साथ ही दलाई लामा के बिना तिब्बती बौद्धों के भविष्य के बारे में भी बात होने लगी. हालांकि, अब दलाई लामा ने कहा है कि उनके स्वास्थ्य पर चिंता करने जैसी कोई बात नहीं है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिए इंटरव्यू में दलाई लामा से उनके स्वास्थ्य के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “मेरे सपने में तो मैं शायद 110 साल तक ज़िंदा रहूंगा.”
उन्होंने ये भी कहा कि उनका घुटना भी ठीक हो रहा है. दलाई लामा बोले, “ये कोई गंभीर समस्या नहीं है.”
हालांकि, उन्होंने ये बातें अपने सहयोगियों की मदद से धीरे-धीरे चलते हुए कहीं. वहीं लंबी दूरी के लिए वह गोल्फ़ कार्ट का इस्तेमाल करते हैं.
14वें दलाई लामा 1959 के शुरुआती महीनों में ही अपने हज़ारों तिब्बती अनुयायियों के साथ भागकर भारत आए थे.
चीन ये ज़ोर दे रहा है कि वह दलाई लामा का उत्तराधिकारी चुनेगा. लेकिन दलाई लामा का कहना है कि उनका उत्तराधिकारी भारत में चुन लिया जाए, ये संभव है.
उन्होंने ये भी चेतावनी दी कि अगर चीन उनके उत्तराधिकारी के तौर पर किसी को चुनता है तो उसका सम्मान नहीं होगा.