अगर आप, अपने आप को अपने स्वास्थ्य के प्रति, जागरुक मानते हैं, अगर आप वॉक पर जाते हैं, योग और प्राणायाम करते हैं, या फिर अपने निकटतम पार्क जिम में जाकर एक्सरसाइज करते हैं, तो यह खबर आपके लिए है।
स्वस्थ जीवन शैली, संतुलित आहार और पर्याप्त शारीरिक गतिविधि अच्छे स्वास्थ्य के मुख्य स्तंभ हैं।
हम में से कई लोग किसी न किसी तरह की शारीरिक गतिविधि या एक्सरसाइज करते हैं, यह सोचकर की एक्सरसाइज हमेशा अच्छे होते हैं।
पर क्या आप यह जानते हैं कि, हमारे शरीर की बनावट, मांसपेशियों के लचिलेपन और ताकत में बहुत अंतर होता है। कई व्यायाम, योगासन एवं खेलकुद जो एक इंसान के लिए बहुत अच्छे हो सकते हैं वही दूसरे इंसान में, बार-बार होने वाले दर्द, कमजोरी इत्यादी का मुख्य कारण होते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि आपका शरीर पहले से ही लचीला है और आप अधिक लचीलेपन के लिए योग-आसन करते हैं तो यह आपके स्नायुबंधन और जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव डालेगा और आपको चोट लगने और जोड़ों में दर्द होने की संभावना अधिक होगी।
यदि आपकी मांसपेशियां पहले से सख्त प्रकार की हैं, तो उन्हीं मांसपेशियों को और मजबूत करने से असंतुलन पैदा होगा, जिससे अन्य जोड़ों और मांसपेशियों में अनावश्यक तनाव और चोट लगने का खतरा होगा।
सामान्य धारणा के विपरीत, शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय लोगों को जोडो में दर्द और एवम अन्य शारीरिक समस्याओं का खतरा अधिक होता है। आपने निश्चित ही अपने आसपास खेलकूद और जिम से संबंधित लोगो में शारीरिक चोटें, आम लोगों की तुलना में ज्यादा देखी होंगी।
एक और बड़ा रोना, आधुनिक जीवनशैली का है। हमारे माता-पिता या पिछली पीढ़ियों ने भले ही बहुत मेहनत की हो लेकिन उन्हें इतना मानसिक तनाव, प्रतिस्पर्धा और फास्ट फूड, गैजेट्स, सोशल मीडिया आदि जैसी विलासिता का सामना नहीं करना पड़ा, जो हमें वास्तविक स्वास्थ्य से दूर कर रहे हैं।
लेकिन किसी भी क्षेत्र में आधुनिकीकरण अच्छा और बुरा दोनों होता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उसका उपयोग कैसे करते हैं। सामान्य गर्दन और कंधे के दर्द का एक प्रमुख कारण वही सेल फोन आपके शारीरिक स्वास्थ्य की निगरानी करने और सुधारने में भी मदद कर सकता है।
आधुनिक चिकित्सा ने आपके लिए यह संभव बना दिया है कि आप अपने शरीर की सटीक बनावट, मांसपेशियों एवं अन्य उत्कों के लचिलेपन और ताकत के बारे में जान सकें, और उसके आधार पर, अपने लिए उच्च व्यायाम या खेल का चुनाव कर सकें
रायपुर स्थित F95 एडवांस फिजियोथेरेपी और अनुसंधान केंद्र
मध्य भारत और शायद देश में एकमात्र ऐसा केंद्र है, जिसमें सही समय पर सही तकनीक और विशेषज्ञता का सही मिश्रण है।
क्लीनिकल परीक्षण, सेंसर और एआई की मदद से, हम आपके शरीर के प्रकार, लचीलेपन और मांसपेशियों की ताकत के साथ-साथ आपके चलने एवं दौड़ने के तरीके, और अन्य किसी भी तरह की गतिविधि में किसी भी तरह की गड़बड़ी का आसानी से पता लगा सकते हैं लगा सकते हैं, और वहां से इसे सुधारना या इलाज करना वास्तव में आसान हिस्सा है। यदि आप अपने शरीर के आकलन की रिपोर्ट के आधार पर नियत उनकी सलाह सुनते हैं और उनका पालन करते हैं, तो वे एक स्वस्थ भविष्य की गारंटी देते हैं।
मुझे पता है कि आप इसे गंभीरता से लेंगे क्योंकि आपके पास जीने के लिए केवल एक शरीर है।