74वां गणतंत्र दिवस कई मायनों में है बेहद खास….

74वां गणतंत्र दिवस कई मायनों में है बेहद खास….

हिंदुस्तान आज 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. दिल्ली में हो रहा इस बार का गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह बेहद खास है. इसमें आज ‘नये भारत की झलक दिखेगी. पहली बार कर्तव्य पथ से गणतंत्र दिवस परेड गुजरेगी. पहले कर्तव्य पथ का नाम राजपथ था. गणतंत्र दिवस परेड में इस बार नारी शक्ति का दम, अग्निवीर, स्वदेशी हथियार, सबसे बड़ा ड्रोन शो, 23 झांकियां और एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन दिखेगा. पहली बार श्रम योगी को भी बड़ा महत्व दिया जा रहा है. आइए जानते हैं कि रिपब्लिक डे परेड में आज क्या-क्या खास है।

कर्तव्य पथ पर ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परेड के दर्शन होंगे. सेना की सभी हथियार प्रणालियां जो ‘मेड इन इंडिया’ हैं. इस बार, 21 तोपों की सलामी देशी 105 एमएम इंडियन फील्ड गन्स से दी जाएगी, जो द्वितीय विश्व युद्ध में इस्तेमाल की जाने वाली ब्रिटिश-युग की 25-पाउंडर तोपों की जगह लेगी. इन देशी बंदूकों का इस्तेमाल पिछले साल के स्वतंत्रता दिवस के दौरान किया गया था, लेकिन यह पहली बार है जब गणतंत्र दिवस पर इनका इस्तेमाल किया जाएगा.

नवनियुक्त अग्निवीर पहली बार परेड में हिस्सा ले रहे हैं. नवनियुक्त अग्निवीर भी पहली बार परेड का हिस्सा होंगे. ये अग्निवीर पिछले वर्ष अग्निवीर योजना के तहत देश के रक्षा के लिए सेना में भर्ती हुए थे. इतिहास में पहली बार कर्तव्‍य पथ में मार्चिंग दस्ते में तीन महिला और पांच पुरुष अग्निवीर भी परेड में भाग लेंगे.

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी 26 जनवरी को नई दिल्‍ली में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि हैं. 2022-23 में भारत की G-20 की अध्यक्षता के दौरान मिस्र को भी ‘अतिथि देश’ के रूप में आमंत्रित किया गया है. समारोह में मिस्र की सैन्‍य टुकड़ी भी भाग ले रही है. मिस्र के राष्ट्रपति समेत उनके देश का मार्चिंग दल भी परेड में भाग लेगा.

भारत की जीवंत सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक और सामाजिक प्रगति को दर्शाने वाली कुल 23 झांकियां- राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 17 और विभिन्न मंत्रालयों और विभागों से छह झांकियां राजसी परेड का हिस्सा होंगी. इसके अलावा इस बार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भी पहली बार झांकी में शामिल होने जा रहा है।

पिछले साल राजपथ का नाम बदलने के बाद कर्तव्य पथ पहले गणतंत्र दिवस समारोह की मेजबानी करेगा. पीएम मोदी ने 8 सितंबर 2022 को इंडिया गेट पर ‘कर्तव्य पथ’ का उद्घाटन किया था जिसके बाद ये पहला मौका होगा जब कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड होने जा रही है. कर्तव्य पथ बेहतर सार्वजनिक स्थानों और सुविधाओं को प्रदर्शित करेगा, जिसमें पैदल रास्ते के साथ लॉन, हरे-भरे स्थान, नवीनीकृत नहरें, मार्गों के पास लगे बेहतर बोर्ड, नई सुख-सुविधाओं वाले ब्लॉक और बिक्री स्टॉल शामिल हैं. इसमें पैदल यात्रियों के लिए नए अंडरपास, बेहतर पार्किंग स्थल, नए प्रदर्शनी पैनल और रात्रि के समय जलने वाली आधुनिक लाइटों से दर्शकों को पहले से बेहतर अनुभव मिलने वाला है. इसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, भारी वर्षा के कारण एकत्र जल का प्रबंधन, उपयोग किए गए पानी का पुनर्चक्रण, वर्षा जल संचयन और ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था जैसी अनेक दीर्घकालिक सुविधाएं भी शामिल हैं.

महामारी के दौरान, लाल किले तक परेड के पारंपरिक मार्ग को कोविड प्रतिबंधों के कारण बंद कर दिया गया था. दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भावनीश कुमार के मुताबिक, परेड सुबह 10.30 बजे विजय चौक से शुरू होगी और टुकड़ी सीधे लाल किले तक मार्च करेगी।

इस वर्ष समाज के सभी वर्गों के आम लोगों को निमंत्रण भेजा गया है जैसे कि सेंट्रल विस्टा, कर्तव्य पथ, नए संसद भवन के निर्माण में शामिल श्रमयोगी, दूध, सब्जी विक्रेता, स्ट्रीट वेंडर आदि. इन विशेष आमंत्रितों को कर्तव्य पथ पर प्रमुखता से बैठाया जाएगा.

नौसेना का जासूसी विमान आईएल-38 विमान, जिसने चार दशकों से अधिक समय तक समुद्री सेना की सेवा की, परेड के लिए अपनी आखिरी उड़ान भरने के साथ ही इतिहास की किताबों में दर्ज हो जाएगा. समुद्री टोही विमान IL-38 ने लगभग 42 वर्षों तक नौसेना की सेवा की है. परेड के फ्लाई पास्ट में भाग लेने वाले 44 विमानों में नौ राफेल जेट, स्वदेश निर्मित प्रचंड, एक बहु-भूमिका, लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर भी शामिल होंगे.

भारत में सबसे बड़ा ड्रोन शो, जिसमें 3,500 स्वदेशी ड्रोन शामिल हैं. यह रायसीना की पहाड़ियों पर शाम के आसमान को रोशन करेगा. यह स्टार्टअप इकोसिस्टम की सफलता, देश के युवाओं तकनीकी कौशल को दर्शाता है और भविष्य के पथ-प्रदर्शक रुझानों के लिए मार्ग प्रशस्त करता है. इस कार्यक्रम का आयोजन मैसर्स बोटलैब्स डायनेमिक्स द्वारा किया जाएगा.

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