न्यूज़ीलैंड के सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में हुई मूसलाधार बारिश के बाद आई बाढ़ के बाद वहां आपाताकाल की घोषणा कर दी गई है.
इससे पहले शुक्रवार को ऑकलैंड में भारी बारिश हुई, जिससे लोगों को विस्थापित होने को मजबूर होना पड़ा. भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से यातायात और बिजली की आपूर्ति ठप हो गई.
वहीं ऑकलैंड के मेयर वेन ब्राउन ने उन ख़बरों की पुष्टि की है कि शहर के उत्तरी तट पर वराओ घाटी में एक व्यक्ति की लाश मिली. उन्होंने बताया कि वे इस ख़बर से ‘दुखी’ हैं.
मेयर ने यह भी कहा है कि इस तूफान से शहर का बुनियादी ढांचा और आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह ध्वस्त हो गई है.
इस बीच मेयर ने आपातकाल का एलान करने में देर करने के लिए हो रही आलोचना का जवाब और ख़ुद का बचाव करते हुए कहा है कि वे विशेषज्ञों की सलाह का पालन कर रहे थे.
वहीं ऑकलैंड निवासी और ग्रीन पार्टी के सांसद रिकार्डो मेनेंडेज़ मार्च ने मिडिया को बताया है कि वे जिस इलाक़े में रहते थे, वहां बाढ़ आ गई है जिसके कारण उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा.
उन्होंने बताया कि उन्हें पास में रह रहे एक दोस्त ने शरण दी है. उनके अनुसार, “दुर्भाग्य से ग़रीब, विकलांग और प्रवासी लोग उतने भाग्यशाली नहीं रहे.”