नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शुक्रवार को संसद में जानकारी देते हुए बताया कि साल 2022 में 63 यात्रियों को ‘नो फ्लाई लिस्ट’ में डाला गया। दरअसल सदन में नागरिक विमानों में बढ़ती हिंसा की घटनाओं के बारे में सवाल किया गया था और पूछा गया था कि नागरिक विमानों में हिंसा की घटनाएं बढ़ने की क्या वजह है? इसके जवाब में नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह (रिटायर्ड) ने लिखित जवाब में उक्त जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि साल 2022 में कुल 63 यात्रियों को नो फ्लाई लिस्ट में डाला गया। एयरलाइंस की आंतरिक कमेटी की सिफारिशों पर अलग-अलग यात्रियों को अलग-अलग समय अवधि के लिए हवाई सेवाओं के लिए प्रतिबंधित किया गया। सरकार ने लोकसभा में बताया कि जिन यात्रियों को नो फ्लाई लिस्ट में डाला गया, उनमें अधिकतर मामले मास्क ना पहनने और क्रू सदस्यों के निर्देशों का पालन नहीं करने से जुड़े थे।
बता दें कि हाल के दिनों में हवाई यात्रा के दौरान कई ऐसी घटनाएं हुईं, जो मीडिया की सुर्खियां बनी। एयर इंडिया की न्यूयॉर्क दिल्ली की फ्लाइट में एक व्यक्ति द्वारा शराब के नशे में एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने का मामला सामने आया था। जिस पर खूब हंगामा हुआ और पुलिस ने आरोपी शंकर मिश्रा को गिरफ्तार भी किया था। पेरिस से दिल्ली की एयर इंडिया की फ्लाइट में भी एक व्यक्ति द्वारा शराब के नशे में एक अन्य महिला के कंबल पर पेशाब करने का मामला सामने आया था। गोवा में एक विदेशी नागरिक द्वारा महिला क्रू मेंबर के साथ बदतमीजी करने की घटना हुई थी तो दिल्ली में एक यात्री द्वारा क्रू मेंबर के साथ गलत व्यवहार करने का भी मामला सामने आया था।