छत्तीसगढ़ शराब घोटाला.. अनिल टुटेजा बोले- ED ने सोने नहीं दियाः कोर्ट ने 2 दिन और न्यायिक रिमांड पर भेजा; वीडियो कॉन्फ्रेंस से हुई पेशी

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला.. अनिल टुटेजा बोले- ED ने सोने नहीं दियाः कोर्ट ने 2 दिन और न्यायिक रिमांड पर भेजा; वीडियो कॉन्फ्रेंस से हुई पेशी

रिटायर्ड IAS अफसर अनिल टुटेजा को सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था। जेल प्रबंधन ने सुरक्षा के लिए पर्याप्त बल उपलब्ध नहीं होने के कारण कोर्ट लाने में असमर्थता जताई थी। PMLA कोर्ट के स्पेशल जज छुट्टी से वापस आने के बाद 24 अप्रैल को टुटेजा को फिर पेश किया जाएगा। वहीं से रिमांड लेने के निर्देश डीजे कोर्ट ने दिए हैं।

इससे पहले, शनिवार को ED ने अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को ACB-EOW ऑफिस से हिरासत में लिया था। वहीं, पूछताछ के बाद बेटे यश को छोड़ दिया गया।
प्रदेश में हुए दो हजार करोड़ कथित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज दूसरे इंफोर्समेंट केस इनफार्मेशन रिपोर्ट (ईसीआइआर) में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा की पहली गिरफ्तारी हुई है। टुटेजा को ईडी के अफसरों ने शनिवार को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद रविवार को गिरफ्तार कर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रंजू वैष्णव की कोर्ट में पेश किया था। जहां

आज शराब घोटाला में रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को ईडी ने
अब्दुल जाहिद कुरैशी
जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायपुर
के यहां विडियो कांफ्रेंसीग के तहत पेश किया गया।

अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए बचाव पक्ष के वकील की ओर से सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले दिनों दिए गए फैसले का हवाला दिया गया। इस पर ईडी के वकील ने कोर्ट को बताया कि शराब घोटाला मामले में ईडी ने नया ईसीआइआर दर्ज की है। उसी प्रकरण में अनिल टुटेजा को गिरफ्तार किया गया है।

बचाव पक्ष के वकील ने अनिल टुटेजा के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कोर्ट को बताया कि अनिल की तबीयत खराब उन्हें घर का खाना उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही अनिल को उनकी जरूरी दवाएं उपलब्ध कराने कोर्ट से मांग की गई। साथ ही अनिल से रात में पूछताछ नहीं किए जाने की मांग की है।

ईडी ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी में कई आधार बताए हैं। करीब में 16 पन्नों पर ईडी ने ग्राउंड आफ अरेस्ट का ब्योरा दिया है। ईडी ने कहा है कि शराब घोटाले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे।

ईडी ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी में कई आधार बताए हैं। करीब में 16 पन्नों पर ईडी ने ग्राउंड आफ अरेस्ट का ब्योरा दिया है। ईडी ने कहा है कि शराब घोटाले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे।

छत्तीसगढ़ का कथित शराब घोटाला शराब उद्योग में भ्रष्टाचार के आरोपों से संबंधित है, जिसमें अधिकारियों और प्रभावशाली पदाधिकारियों को शामिल किया गया है। ईडी के अनुसार, 2019 और 2022 के बीच कुछ अनियमितताएं सामने आईं जब राज्य संचालित शराब रिटेलर सीएसएमसीएल के अधिकारियों ने डिस्टिलर्स से रिश्वत ली।

पिछले साल जुलाई में जांच एजेंसी ने मामले में एक चार्जशीट दाखिल की। इसमें दावा किया गया कि 2019 में शुरू हुए कथित शराब घोटाले में 2,161 करोड़ का धन भ्रष्टाचार से जनरेट हुआ था।

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